News – Parishkarpatrika https://parishkarpatrika.com News Website Thu, 15 May 2025 15:42:59 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8.1 https://parishkarpatrika.com/wp-content/uploads/2023/12/cropped-site-icon-32x32.png News – Parishkarpatrika https://parishkarpatrika.com 32 32 लाडनूं में राजस्थानी भाषा व साहित्य में स्नातक-स्नातकोत्तर एवं डाक्टरेट करने की सुविधा शुरू https://parishkarpatrika.com/in-ladnun-the-facility-of-graduate-postgraduate-and-doctorate-in-rajasthani-language-and-literature-starts/ https://parishkarpatrika.com/in-ladnun-the-facility-of-graduate-postgraduate-and-doctorate-in-rajasthani-language-and-literature-starts/#respond Thu, 15 May 2025 15:42:53 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2291

जैविभा विश्वविद्यालय में नए सत्र से प्रवेश प्रारम्भ, एकेडमिक कौंसिल से मिली स्वीकृति
कासं.(विवि)/ परिष्कार पत्रिका लाडनूं। जैन विश्वभारती संस्थान (मान्य विश्वविद्यालय) में अध्ययन-अध्यापन में अब एक विषय और जुड़ गया है। अब यहां राजस्थानी भाषा एवं साहित्य पर बी.ए., एम,ए, और पीएचडी तक किया जा सकेगा। इस सम्बंध में विश्वविद्यालय की एकेडमिक कौंसिल ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। आगामी सत्र से इसकी शुरूआत की जा रही है। राजस्थानी भाषा साहित्य शोध केन्द्र के प्रभारी प्रो. लक्ष्मीकांत व्यास ने बताया कि जैन विश्व ाारती संस्थान की एकेडेमिक कांउसिल द्वारा विश्वविद्यालय में राजस्थानी भाषा और साहित्य के अध्ययन एवं अध्यायन हेतु विभिन्न पाठ्यक्रमों को स्वीकृति प्रदान की गयी है। इस विश्वविद्यालय द्वारा आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर राजस्थानी भाषा और साहित्य विषय से संबंधित अध्यापन कार्य किया जाएगा। स्नातक स्तर पर बी.ए. कक्षाओं में दो वैकल्पिक विषयों के साथ तृतीय विषय के रूप में राजस्थानी साहित्य को लिया जा सकेगा। बी.ए. पाठ्यक्रम के प्रथम एवं द्वितीय सैमेस्टर में सामान्य हिन्दी अथवा सामान्य अंग्रेजी के साथ सामान्य राजस्थानी का भी चयन किया जा सकेगा। आगामी सत्र से ही एम.ए. स्तर पर भी राजस्थानी साहित्य के पाठ्यक्रम को प्रारम्भ किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के राजस्थानी भाषा साहित्य शोध केन्द्र को पीएच. डी. उपाधि हेतु के शोध कार्य करवाने हेतु भी स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि स्नातक स्तर पर राजस्थानी साहित्य विषय लेने वाली छात्राओं को जोधपुर की एक संस्था द्वारा छात्रवृति भी प्रदान की जाएगी। जैन विश्वभारती संस्थान प्राच्य विधाओं के अध्ययन-अध्यापन, शोध आदि का प्रमुख केन्द्र है। यहां हिंदी व अंग्रेजी भाषाओं के साथ प्राकृत व संस्कृत के लिए पृथक् विभाग बना हुआ है तथा उनमें व्यापक स्तर पर कार्य किया जा रहा है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा जैन विश्वभारती संस्थान को देश का प्राकृत भाषा का प्रमुख केन्द्र बनाने की प्रक्रिया भी चल रही है और अब यह विश्वविद्यालय राजस्थानी भाषा और साहित्य पर भी बड़े पैमाने पर काम शुरू कर रहा है।

]]>
https://parishkarpatrika.com/in-ladnun-the-facility-of-graduate-postgraduate-and-doctorate-in-rajasthani-language-and-literature-starts/feed/ 0
स्व. श्री भैरोसिंह शेखावत मेमोरियल लाइब्रेरी का लोकार्पण- उपराष्ट्रपति और राज्यपाल ने स्व. श्री शेखावत की पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए https://parishkarpatrika.com/vice-president-and-governor-inaugurated-self-mr-bhairon-singh-shekhawat-memorial-library-on-the-death-anniversary-of-swar-shekhawat/ https://parishkarpatrika.com/vice-president-and-governor-inaugurated-self-mr-bhairon-singh-shekhawat-memorial-library-on-the-death-anniversary-of-swar-shekhawat/#respond Thu, 15 May 2025 15:35:37 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2288

कासं.(विवि)/ परिष्कार पत्रिका
जयपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने गुरूवार को पूर्व उपराष्ट्रपति एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे स्व. भैरोंसिंह शेखावत की पुण्यतिथि पर विद्याधर नगर स्थित उनके स्मृति स्थल पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने कहा कि स्व. शेखावत व्यक्ति नहीं, अपने आप में संवैधानिक संस्था थे।

इस अवसर पर स्व. भैरोसिंह शेखावत मेमोरियल लाइब्रेरी का भी लोकार्पण हुआ। इसमें उनकी स्मृति में पुस्तकों का संग्रह किया गया है। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, सांसद घनश्याम तिवाड़ी और उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा भी उपस्थित रहे।

]]>
https://parishkarpatrika.com/vice-president-and-governor-inaugurated-self-mr-bhairon-singh-shekhawat-memorial-library-on-the-death-anniversary-of-swar-shekhawat/feed/ 0
युवाओं के लिए मेंटल हेल्थ अवेयरनेस कार्यक्रम 17 मई से https://parishkarpatrika.com/mental-health-awareness-program-for-youth-from-17-may/ https://parishkarpatrika.com/mental-health-awareness-program-for-youth-from-17-may/#respond Thu, 15 May 2025 15:29:50 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2283

राजस्थान युवा नीति-2025 के सफल क्रियान्वयन के लिए किया गया अंतर विभागीय मंथन

कासं.(विवि)/ परिष्कार पत्रिका जयपुर।  राजस्थान युवा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. नीरज कुमार पवन ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। डॉ. पवन ने कहा कि बच्चे मानसिक रूप से स्वस्थ रहें, इसके लिए यूनिसेफ के सहयोग से युवा बोर्ड द्वारा स्टेट लेवल ऑनलाइन ट्रेनिंग ऑन मेंटल हेल्थ अवेयरनेस कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम ’’मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता’’ तीन चरण में मई माह के प्रत्येक शनिवार 17, 24 व 31 मई को ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा। डॉ. पवन ने कहा कि इसमें काउंसलर्स व एक्सपर्ट्स के माध्यम से लगभग दस हजार बच्चों से संवाद कर उन्हें जागरूक किया जाएगा। उन्हें मानसिक तनाव से दूर रह्ने सहित विभिन्न विषयों पर उचित मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में विकसित राजस्थान में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के दृष्टिगत राजस्थान युवा नीति-2025 बनाई गई है। इसी क्रम में बुधवार को राजस्थान युवा नीति-2025 के सफल क्रियान्वयन के लिए यूएनएफपीए के तकनीकी सहयोग से अंतर-विभागीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता शासन सचिव, युवा मामले एवं खेल विभाग एवं अध्यक्ष राजस्थान युवा बोर्ड डॉ. नीरज कुमार पवन द्वारा की गई।  

राजस्थान युवा नीति-2025 के सफल क्रियान्वयन के लिए बैठक में राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका, हरित विकास में युवाओं की भूमिका, शिक्षा और कौशल, उद्यमिता और रोजगार, स्वस्थ युवा, सामाजिक न्याय और जेंडर समानता पर मंथन किया गया। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा युवाओं के सर्वांगीण विकास की दिशा में किए जा रहे कार्यों से अवगत करवाया गया। बैठक में निदेशक, माध्यमिक शिक्षा विभाग, आशीष मोदी, स्टेट हेड यूएनएफपीए डॉ दीपेश गुप्ता, मनीष कुमार, यूनिसेफ के अधिकारी, सदस्य सचिव राजस्थान युवा बोर्ड कैलाश चंद पहाड़िया तथा विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।

]]>
https://parishkarpatrika.com/mental-health-awareness-program-for-youth-from-17-may/feed/ 0
राजस्थान विश्वविद्यालय का 34 वें दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन, माननीय राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने प्रदान की पीएचडी उपाधियाँ व स्वर्ण पदक। https://parishkarpatrika.com/honorable-governor-haribhau-bagde-provided-phd-degrees-and-gold-by-honorable-governor-haribhau-bagade/ https://parishkarpatrika.com/honorable-governor-haribhau-bagde-provided-phd-degrees-and-gold-by-honorable-governor-haribhau-bagade/#respond Thu, 15 May 2025 15:21:10 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2278

भारतीय संस्कृति के मूल आधार हैं नैतिक मूल्य : कुलाधिपति बागडे
कासं.(विवि)/ परिष्कार पत्रिका
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय का 34वां भव्य दीक्षांत समारोह आज राजस्थान इण्टरनेशनल सेन्टर के सभागार में आयोजित किया गया । इस समारोह में राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागडे द्वारा विभिन्न परीक्षाओं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विधार्थियों को 124 स्वर्ण पदक प्रदान किये गये, साथ ही 309 पीएचडी उपाधि धारकों को उपाधि का वितरण किया गया, एवं वर्ष 2023 की परीक्षाओं में उतीर्ण 01 लाख 50 हजार 287 विधार्थियों को उनकी उपाधियों की दीक्षा प्रदान की। इस अवसर पर वासुदेव देवनानी, अध्यक्ष, राजस्थान विधानसभा, अरूण सिंह, राज्यसभा सांसद, उत्तरप्रदेश, उप मुख्यमंत्री एवं उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागडे ने अपने उद्बोधन में डिग्री एवं स्वर्णपदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए कहा कि डिग्री प्राप्त कर अभी आपकी शिक्षा पूरी नहीं हुई है आपको अपने जीवन में अभी बहुत कुछ सीखना है। उन्होने कहा कि आप अपने ज्ञान को निरन्तर बढ़ाते रहिए तथा अपने विषय में उत्कृष्टता हासिल कीजिए। साथ ही प्राचीन ज्ञान परम्परा को याद करते हुए स्वामी विवेकानंद का उदाहरण दिया, और कहा कि मात्र 30 वर्ष की उम्र में स्वामीजी ने शिकागों में धर्म संसद में भारत का परचम लहराया और मात्र 20 वर्ष की आयु में रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों से संघर्ष कर स्त्री का मान बढ़ाया। आगे अपने वक्तव्य में माननीय कुलाधिपति ने कहा कि भारतीय संस्कृति का आधार नैतिक मूल्य है क्योंकि भारत में इंग्लैण्ड के विद्यालयों से ज्यादा गुरुकुल थे, जिसे अंग्रेजों ने बंद करके अंग्रेजी शिक्षा पद्धति लागू कर दी। उन्होंने विनोबा भावे का वक्तव्य उद्धृत किया – जिस दिन देश आजाद हुआ उसी दिन से भारत की शिक्षा पद्धति बदल दी गयी होती तो आज देश और प्रगति पर होता। आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा को शामिल किया गया है। उन्होंने प्राचीन शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों को याद किया। उन्होंने कहा कि भारत पौराणिक व ऐतिहासिक देश है यहां की सभ्यता सबसे प्राचीन है। वैज्ञानिक एवं तकनीकी शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि भारत ने ही सबसे पहले शून्य का आविष्कार किया तब जाकर पूरी दुनिया ने गणना करना सीखा। उन्होंने भास्कराचार्य का उदाहरण देते हुए कहा कि गुरूत्वाकर्षण का सिद्धांत न्यूटन से पहले भास्कराचार्य ने अपनी पुस्तक सिद्धांत शिरोमणि में दिया। अपने वक्तव्य में भारतीय कला कौशल पर विशेष जोर दिया तथा रणकपुर के मन्दिर एवं ताजमहल का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत की स्थापत्य कला दुनिया में सर्वोपरि है। इसी क्रम में बप्पा रावल का उदाहरण दिया और कहा कि राजस्थान वीरों की धरती है, देश और धर्म पर मर मिटने वालों की भूमि है। भारतीय शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया में छ: विश्वविद्यालय थे तब उनमें से दो विशवविद्यालय तक्षशिला एवं नालन्दा भारत में थे जिसमेें पूरे विश्व के लोग अध्ययन करने के लिए आते थे। उन्होंने विद्यार्थियों को सुगंधित फूल बनने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि जिस फूल में मधु नही, वहां भ्रमर भी नहीं आता। इसलिए गुणवान बनो ताकि तुम्हारी पूछ पूरी दुनिया में हो। राज्यसभा सांसद अरूण सिंह ने इस अवसर पर उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विधार्थियों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी तथा कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय देश का प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है। इसकी गणना देश भर में की जाती है। आज का भारत नया भारत है जो समर्थ, शक्तिशाली एवं नवाचारों से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय के मेघावी छात्रों में नए भारत की प्रतिमूर्ति दिखायी देती है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए भारतीय वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा कहा कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी नये भारत की गणना समर्थ और शक्तिशाली भारत के रूप में होती है। उन्होंने कहा कि पूर्व उप-राष्ट्रपति और वर्तमान उप-राष्ट्रपति भी इस विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। क्लीन और ग्रीन दोनों में राजस्थान विश्वविद्यालय को अवार्ड मिला है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य होता है कि शिक्षार्थ आइए एवं सेवार्थ जाइए। शिक्षा जीवन को उत्कर्ष की ओर ले जाती है। उन्होंने कहा कि ज्ञान की अंतिम परिणिती समाज और राष्ट्र के हित के लिये उत्कृष्ट कार्य करना है। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष प्रो. वासुदेव देवनानी ने इस अवसर पर कहा कि जिन्हें डिग्री मिली हैं वे स्वावलंबी बने, जीवन मूल्यों के प्रति संकल्पित रहें। उन्होंने भारतीय ज्ञान प्रणाली को याद किया कि इसे वर्तमान शिक्षा प्रणाली में सम्मिलित किया जाना चहिए। उन्होंने तक्षशिला, नालंदा वल्लभी, विक्रमशिला आदि प्राचीन शिक्षण संस्थानों को याद किया। साथ ही चरक, सुश्रुत, माधव, पाणिनी, पतंजलि, कात्यायन, गार्गी आदि को याद करते हुए शोध एवं अनुसंधान पर जोर दिया। उप-मुख्यमंत्री व उच्च तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा जीवन को संस्कारित करती है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा उच्च शिक्षा के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों के शोध क्षेत्र में किऐ जा रहे कार्यों एवं उपलब्धियों से वैश्विक स्तर पर राजस्थान विश्वविद्यालय को मिली पहचान को गौरवपूर्ण बताया। विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो. अल्पना कटेजा ने इस अवसर पर सभी सम्मानित अतिथियों का अभिनन्दन करते हुए अपने स्वागत भाषण में कहा कि दीक्षांत समारोह केवल प्रमाण पत्रों का वितरण नहीं अपितु ज्ञान, साधना और संस्कार के एक युग के पूर्ण होने का उत्सव है। यह उस भारत की आत्मा से जुडऩे का क्षण है जहां शिक्षा का उद्देश्य ’’सा विद्या या विमुक्तये’’ अर्थात् वह विद्या जो मुक्तिका द्वार खोल दे। उन्होंने इस अवसर पर सभी पीएच.डी धारकों एवं गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले विधार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। कुलगुरु ने गत वर्ष में विश्वविद्यालय के 150 प्रतिभाशाली विधार्थियों द्वारा खेल, संगीत, नाट्य जैसे विविध क्षेत्रों एवं इसरो, आर.जे.एस., सी.ए, भारतीय सेना, प्रशासनिक सेवा एवं अन्य सेवाओं में चयनित होने वाले विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली विधार्थियो को भी इस अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाए दीं। उन्होने इस अवसर पर यह भी कहा कि 04 वर्षों से नेशनल एक्रीडिएशन एण्ड एसेसमेंट काउंसिल से विश्वविद्यालय के एक्रीडेषन की प्रक्रिया लम्बित होने के कारण विश्वविद्यालय को केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मिलने वाले अनुदान से वंचित होना पडा। उन्होंने कहा कि मुझे यह उल्लेख करते हुए प्रसन्नता है कि विश्वविद्यालय के नेशनल एसेसमेंट एवं एक्रीडेशन के लिए आवेदन सहित अन्य प्रक्रियाएं पूर्ण करते हुए सैल्फ स्टडी रिपोर्ट प्रस्तुत की जा चुकी है, जिससे विश्वविद्यालय के लिए केन्द्र सरकार से अनुदान प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा। दीक्षंात समारोह के इस अवसर पर विश्वविद्यालय सिंडिकेट, सीनेट एवं शैक्षणिक परिषद् के सदस्य, विभिन्न संकायों के डीन, प्राध्यापक, विश्वविद्यालय के अधिकारी व कर्मचारीगण तथा सभी गोल्ड मैडल एवं पीएच.डी डिग्री प्राप्त करने वाले विधार्थीगण उपस्थित रहेे। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव राजकुमार कस्वाँं ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

]]>
https://parishkarpatrika.com/honorable-governor-haribhau-bagde-provided-phd-degrees-and-gold-by-honorable-governor-haribhau-bagade/feed/ 0
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रतिभावान बेटियों से किया स्नेहपूर्ण संवाद, बेटियों का उत्साहवर्धन कर उज्ज्वल भविष्य के लिए दी शुभकामनाएं https://parishkarpatrika.com/chief-minister-bhajanlal-sharma-gave-a-happy-dialogue-with-talented-daughters-and-gave-her-auspicious-for-the-bright-future-by-encouraging-daughters/ https://parishkarpatrika.com/chief-minister-bhajanlal-sharma-gave-a-happy-dialogue-with-talented-daughters-and-gave-her-auspicious-for-the-bright-future-by-encouraging-daughters/#respond Thu, 15 May 2025 14:54:54 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2275

कासं.(विवि)/ परिष्कार पत्रिका जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुख्यमंत्री कार्यालय में उदयपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत प्रतिभावान बालिकाओं ने मुलाकात की। शर्मा ने कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त करने वाली बेटियों से स्नेहपूर्ण संवाद कर उनका उत्साहवर्धन करते हुए उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
्र शर्मा ने कहा कि बेटियां हमारा गर्व और अभिमान है। हमारी सरकार प्रदेश की प्रत्येक बालिका के शैक्षिक विकासए सामाजिक सशक्तीकरण, आर्थिक स्वावलंबन एवं सर्वांगीण उन्नति के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार बेटियों की प्रतिभा को तलाशने और तराशने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। बेटियों को आगे बढऩे के पूरे अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा उपस्थित रहे। मीणा ने मुख्यमंत्री से अपने ग्रामीण अंचल की प्रतिभावान बेटियों का परिचय कराते हुए उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने बताया कि अपनी विषम परिस्थितियों में भी अंचल की बेटियों ने दृढ़ इच्छाशक्तिसे परीक्षाओं में सफलता हासिल की है।

]]>
https://parishkarpatrika.com/chief-minister-bhajanlal-sharma-gave-a-happy-dialogue-with-talented-daughters-and-gave-her-auspicious-for-the-bright-future-by-encouraging-daughters/feed/ 0
लर्निंग स्टेप स्कूल में 16 मई से 16 जून तक समर कैम्प का आयोजन https://parishkarpatrika.com/summer-camp-organized-from-16-may-to-16-june-at-learning-step-school/ https://parishkarpatrika.com/summer-camp-organized-from-16-may-to-16-june-at-learning-step-school/#respond Wed, 14 May 2025 03:01:23 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2271

विभिन्न गतिविधियों के साथ विद्यालय की सभी शाखाओं में विद्यार्थियों के लिए समर कैम्प का आयोजन
ब्यूरो चीफ/ परिष्कार पत्रिका
जयपुर। लर्निंग स्टेप स्कूल विष्णु कॉलोनी सोडाला जयपुर की सभी शाखाओं में १६ मई से १६ जून तक समर कैम्प का आयोजन किया जाएगा। विद्यालय के निदेशक अभीषेक गुप्ता ने बताया कि विद्यालय की सभी शखाओं विष्णु कॉलोनी, सत्येन्द्र कॉलोनी, वैशाली नगर, नारायण विहार में विद्यार्थियों के लिए डांस, म्यूजिक, अबेकस, आर्ट एण्ड क्राफ्ट, स्पोकन इंगलिश, बेसिक कम्प्यूटर, बेसिक मेथैमेटिक्स के साथ-साथ स्पोर्टस गतिविधियों में क्रिकेट, बेडमिंटन, टेबिल टेनिस, कैरम, चैस, कराटे, कबड्डी के प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। सभी विद्यार्थी अपनी छुट्टियों में कैम्प के माध्यम से अपनी रूचि के अनुसार गतिविधियों में भाग लेकर अपनी स्किल और स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने परिष्कार को बताया कि इसके लिए रजिस्टे्रशन प्रारंभ हो गए हैं। कैम्प का समय प्रात: ७.३० से १२.३० तक रहेगा। इसमें विद्यालय के विद्यार्थियों के साथ-साथ अन्य विद्यालय के विद्यार्थी भी प्रवेश ले सकेंगे।

]]>
https://parishkarpatrika.com/summer-camp-organized-from-16-may-to-16-june-at-learning-step-school/feed/ 0
विद्यार्थियों को उच्चकोटी की संस्कारित शिक्षा के लिए संकल्पित है विद्यालय परिवार: सबिता नैयर https://parishkarpatrika.com/students-are-determined-for-the-cremated-education-of-high-koti/ https://parishkarpatrika.com/students-are-determined-for-the-cremated-education-of-high-koti/#respond Wed, 14 May 2025 02:28:22 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2267

विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पबद्ध
ब्यूरो चीफ/ परिष्कार पत्रिका जयपुर। विद्यार्थियों को उच्चकोटी की संस्कारित शिक्षा के लिए संकल्पित है रॉय इंटरनेशनल सीनियर सैकंडरी विद्यालय।
विद्यालय की प्रधानाचार्या सबिता नैयर ने परिष्कार पत्रिका को बताया कि अनुभवी शिक्षकों द्वारा बच्चों के सर्वागींण विकास के लिए विद्यालय में समय-समय पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। कमजोर विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाती है ताकि वे अपने रूझान के साथ अपने करियर का चयन कर सके। विद्यार्थियों के लिए प्राथमिक कक्षाओं से कम्प्यूटर शिक्षा, स्मार्ट कक्षाओं के साथ विद्यालय में वाद-विवाद, निबंध, चित्रकला, खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसी रचनात्मक एक्टिविटी कराई जाती हैं। समय समय पर बच्चों का स्वास्थ्य प्रशिक्षण भी कराया जाता है। उन्होंने बताया कि अभिभावक एवं शिक्षक दोनों मिलकर ही बच्चें का सर्वांगीण विकास कर उसके करियर का मार्ग प्रशस्त कर सकते है। विद्यालय में विद्यार्थियों के लाने-छोडऩे के लिए कनवेंस की सुविधा भी उपलब्ध है।

]]>
https://parishkarpatrika.com/students-are-determined-for-the-cremated-education-of-high-koti/feed/ 0
राजस्थान विश्विद्यालय में रसायन विभाग ने सीआरएसआई के सहयोग से विशेष व्याख्यान का आयोजन https://parishkarpatrika.com/chemistry-department-organized-special-lectures-at-rajasthan-university-in-collaboration-with-crsi/ https://parishkarpatrika.com/chemistry-department-organized-special-lectures-at-rajasthan-university-in-collaboration-with-crsi/#respond Sun, 11 May 2025 03:48:47 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2262

ब्यूरो चीफ रविसिंह किरार/ परिष्कार पत्रिका
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय के रसायन विभाग द्वारा को केमिकल रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया सीआरएसआई की राजस्थान इकाई के सहयोग से टेक्नोलॉजी हॉल में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के शुरुआत में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मीनाक्षी जैन ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। इसके पश्चात सीआइएसआई राजस्थान इकाई संयोजक प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने सीआरएसआई की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए संस्था के उद्देश्य और वैज्ञानिक अनुसंधान में योगदान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने संस्था की शोधोन्मुख पहलों और अकादमिक कार्यक्रमों का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया। मुख्य व्याख्यान जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ प्रोफेसर राम सागर मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसमें ग्लाइकल्स से प्राप्त विभिन्न जैव-सक्रिय यौगिकों के संश्लेषण की विधियों और उनके चिकित्सकीय महत्व पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ रामहरि मीना द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम के दौरान प्रो आशा जैन, प्रो आर वी सिंह, प्रो रागिनी गुप्ता डॉ विजय परेवा मौजूद रहे। कार्यक्रम में शोधार्थियों और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही और व्याख्यान के अंत में ज्ञानवर्धक चर्चा सत्र भी आयोजित किया गया।

]]>
https://parishkarpatrika.com/chemistry-department-organized-special-lectures-at-rajasthan-university-in-collaboration-with-crsi/feed/ 0
राजभवन में राज्यपाल बागडे की अध्यक्षता में सर्व धर्म सद्भाव बैठक आयोजित, मुख्यमंत्री शर्मा ने सौहार्द बिगाडऩे वाले लोगों से सावधान रहने, सोशल मीडिया पर फेक न्यूज से बचने का आह्वान किया https://parishkarpatrika.com/chief-minister-sharma-held-sarva-dharma-sadbhav-meeting-under-the-chairmanship-of-governor-bagde-at-raj-bhavan/ https://parishkarpatrika.com/chief-minister-sharma-held-sarva-dharma-sadbhav-meeting-under-the-chairmanship-of-governor-bagde-at-raj-bhavan/#respond Sun, 11 May 2025 03:41:28 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2258

ब्यूरो चीफ रविसिंह किरार/ परिष्कार पत्रिका
जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि सर्व धर्म सद्भाव भारत की संस्कृति है। उन्होंने कहा की राष्ट्र के लिए यह समय संवेदनशील है। उन्होंने भारतीय सेना के शौर्य प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि बगैर नागरिक ठिकानों को केन्द्र में रखते हुए वह बहुत संयमित ढंग से कार्यवाही कर रही है। उन्होंने सभी धर्म के अनुयायियों को सद्भाव बनाए रखते हुए राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए कार्य करने का आह्वान किया। बागडे ने कहा कि हमारी सेना संयमित और रक्षात्मक कार्यवाही कर रही है। उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता की इस घड़ी में परस्पर समन्वय जरूरी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान का बहुत बड़ा भू-भाग सीमा से लगा हुआ है। उन्होंने सीमावर्ती जैसलमेर, फलोदी, बाड़मेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर आदि क्षेत्रों में हो रही कार्यवाही की चर्चा करते हुए कहा कि वहां सभी स्तरों पर सतर्कता और तालमेल रखा जाए। बागडे राजभवन में सर्व धर्म सद्भाव बैठक में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बहुत संवेदनशील होकर समयबद्ध प्रभावी कदम उठाए गए है। नागरिक सुरक्षा के प्रभावी प्रबंध किए गए हैं। राज्य सरकार ने सभी रेस्क्यू बंदोबस्त किए हैं। उन्होंने सर्व धर्म सद्भाव के साथ विकास की भारतीय नीति को सर्वोपरि रखते हुए राष्ट्र प्रथम की सोच से कार्य करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सरकार इस समय हर क्षेत्र में सक्रिय होकर कार्य कर रही है। उन्होंने सौहार्द बिगाडऩे वाले लोगों से सावधान रहने, सोशल मीडिया पर फेक न्यूज प्रसारित होने की घटनाओं को ध्यान में रखकर कार्यवाही करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सद्भाव और मेलजोल में कमी नहीं आए, इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। शर्मा ने कहा कि बोर्डर पर सभी रिक्तपदों को भरने की त्वरित कार्यवाही की गयी है। बिजली, पेयजल और स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ब्ल्ड बैंक, एम्बूलेंस और अन्य साधनों के प्रभावी प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं। उन्होंने आम जन से आह्वान भी किया कि वे सीमावर्ती क्षेत्रों में ब्लेक आउट को देखते हुए शादी-विवाह दिन में ही करें। ऐसे अवसरों पर ड्रोन का उपयोग प्रतिबंधित किया हुआ है। इसे ध्यान में रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में राहत कार्यों के लिए पांच-पांच करोड़ रूपये प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा उनके निकट के जिलों के लिए भी ढाई-ढाई करोड़ का प्रावधान किया गया है। आरएसीए होमगार्ड और पुलिस की अतिरिक्तनफरी सीमावर्ती जिलों में भेजी गयी है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि बोर्डर पर रात-रात भर जागकर लोग सुरक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं और उनमें राष्ट्र के प्रति विशेष जज्बा देखने को मिल रहा है। उन्होंने प्रशासन और पुलिस द्वारा मुस्तैद रहकर कार्य किए जाने की भी सराहना की।
इससे पहले विभिन्न धर्मो के प्रतिनिधियों ने सर्व धर्म सद्भाव की भारतीय संस्कृति की चर्चा करते हुए कहा कि संवेदनशीलता के इस समय में वह अपने स्तर पर सभी तरह से सहयोग देने के लिए तत्पर हैं। बैठक में मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा द्वारा और जैन समाज द्वारा मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में ग्यारह, ग्यारह लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की गई। अतिरिक्तमुख्य सचिव गृह आनंदकुमार, कार्मिक विभाग के सचिव डॉ कृष्णाकांत पाठक पुलिस महानिदेशक यूआर साहू, पुलिस आयुक्तबीजू जॉर्ज जोसफ, जिला कलक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी सहित बड़ी संख्या में संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

]]>
https://parishkarpatrika.com/chief-minister-sharma-held-sarva-dharma-sadbhav-meeting-under-the-chairmanship-of-governor-bagde-at-raj-bhavan/feed/ 0
राष्ट्र सर्वापरि का भाव रखें, शिक्षा का अंतिम उद्देश्य रोजगार प्राप्ति नहीं, रोजगार सृजनकर्ता बनें : वासुदेव देवनानी https://parishkarpatrika.com/keep-the-feeling-of-nation-urban/ https://parishkarpatrika.com/keep-the-feeling-of-nation-urban/#respond Sun, 11 May 2025 03:31:33 +0000 https://parishkarpatrika.com/?p=2255


विद्याभवन पॉलिटेक्निक महाविद्यालयए उदयपुर का 59 वां स्थापना दिवस एवं सम्मान समारोह
ब्यूरो चीफ रविसिंह किरार/ परिष्कार पत्रिका
जयपुर। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि प्रत्येक नागरिक को राष्ट्र सर्वापरि की भावना रखनी चाहिए, तभी देश उन्नति के पथ पर निरंतर अग्रसर होगा। मौजूदा दौर में किताबी ज्ञान से ज्यादा व्यावहारिक और तकनीकी ज्ञान की जरूरत है। सिर्फ परीक्षा पास करना शिक्षा का उद्देश्य नहीं होना चाहिए। अनुशासन, मर्यादा और समर्पण से ही समाज और राष्ट्र का विकास संभवहै। देवनानी शनिवार को विद्याभवन पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, उदयपुर के 59वें स्थापना दिवस एवं सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। पूर्व विद्यार्थी संस्था की ओर से आयोजित कार्यक्रम में देवनानी ने कहा कि आज एआई का जमाना है। हमारी शैक्षणिक संस्थानों को इस दिशा में भी सोचना चाहिए। सकारत्मक दृष्टिकोण से जीवन स्वर्ग बन सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नौकरी के पीछे मत भागो। रोजगार देने की सोचो। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ संस्कार भी जरूरी है। पढेंगे, कमाएंगे और जीएंगे देश के लिएए यही हमारा संकल्प होना चाहिए। मोहनजोदड़ो के समय से भारत तकनीक के मामले में सिरमौर रहा है। राष्ट्र प्रथम का भाव रखें। अपने आसपास के लोगों का जीवन स्तर बढ़ाएं। जो युगानुकूल है, उसे देशानुकूल बनाएं।
हम पूर्व नहीं अपूर्व बनें : देवनानी ने कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान के लिए पूर्व छात्र धरोहर होते हैं। हम पूर्व नहीं अपूर्व बनें। पूर्व विद्यार्थी संस्था के संस्थापक बीएल मंत्री, विद्या भवन संस्थापक मोहन सिंह मेहता, पहले प्राचार्य सीएस अग्रवाल के योगदान को याद करते हुए कहा कि जब शिक्षा की कोई कल्पना भी नहीं करता था, तब विद्या भवन की स्थापना करके अभूतपूर्व काम किया। मुझे 30 वर्ष तक इस संस्थान में काम करने का अवसर मिला। आज भी इस संस्था में जो कुछ सीखा वो मेरे काम आ रहा है। जीवन में नई दिशा मिली। 1956 में एक ब्रांच से शुरू हुआ। अब 6 ब्रांच हैं। इससे पूर्व उन्होंने सरस्वती मेकाट्रॉनिक लैब, स्मार्ट क्लास रूम, सीएनसी वर्टिकल मशीनिंग सेंटर, लैथ मशीन का अवलोकन किया।
दुनिया में जमी भारत की धाक : देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार प्रगति कर रहा है। मोदी की विदेश नीति के चलते विश्व पटल पर भारत का मान बढ़ा है। वर्तमान हालातों में भी दुनिया ने भारत का पराक्रम देखा। भारत ने आंतकियों के ठिकानों को खाक में मिला दिया और पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। इससे दुनिया में भारत की धाक जमी है।
पुरानी यादें हुई ताजा : देवनानी विद्या भवन पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, उदयपुर में 1991 से 2000 तक प्राचार्य रहे हैं। देवनानी ने इस अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों के साथ अपने अनुभव बांटे। कार्यक्रम में संस्थान से पास आउट हुए 50 वर्ष पूर्ण करने वाले 22 और 25 वर्ष पूर्ण करने वाले 26 पूर्व छात्रों को सम्मानित किया।

]]>
https://parishkarpatrika.com/keep-the-feeling-of-nation-urban/feed/ 0