परिष्कार पत्रिका जयपुर; परम श्रद्वेय पी एल मीमरौठ ने राजस्थान में ही नहीं अपितु पूरे देश में दलितों की आवाज बनकर प्रभावी पैरवी की। उनके योगदान को याद करने के लिए दलित अधिकार केन्द्र के 20वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य के शुभ अवसर पर प्रदेश के सामाजिक व मानवाधिकार संगठनों व नागर समाज के संयुक्त तत्वाधान में पीएल मीमरौठ की जयन्ती मनाने का निर्णय लिया गया है, जिसके लिए पी एल मीमरौठ जयन्ती समारोह समिति का गठन किया गया है। जयन्ती समारोह आयोजन समिति की अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव राष्ट्रीय अध्यक्ष पीयूसीएल के मार्ग दर्शन में आयोजन किया गया।
इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 10 अप्रेल 2024 को इन्द्रलोक सभागार, भट्टारकजी नसिंया, नारायण सिंह सर्किल, टोंक रोड जयपुर में आयोजित किया गया। इस समारोह की मुख्य अतिथि अरूणा राय प्रतिष्ठत सामाजिक, मजदूर किसान सशक्ति संगठन कार्यकर्ता तथा अध्यक्षता पॉल दिवाकर, राष्ट्रीय संयोजक ग्लोबल फॉरम ऑफ डिसेन्ट डिसक्रिमेटेड कम्यूनिटीज थे।
आयोजन कमेटी की अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव ने मीमरोठ की जीवनी के लेखन भंवर मेघवंशी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा भंवर मेघवंशी ने मीमरौठ सहाब के कई अनछुये पहलुओं के बारे में बताया। इस अवसर पर दलित अधिकार केन्द्र के निदेशक सतीश कुमार, दलित मानवाधिकार केन्द्र समिति के साधारण सभा के सदस्य गोकुल चन्द जारवाल, कामरेड किशन मेघवाल, अजय कुमार जैन, सवाई सिंह, लाडकुमारी जैन, अभीजीत सिंह, भागचन्द मीणा, सन्नी सेबिस्टन, समुन देवठिया, भवंर मेघवंशी, पाम्ल दिवाकर, शांति देवी मीमरोठ बीना पल्लकन, लखन सालवी, कश्मीरा सिंह, चन्दा लाल बैरवा, सीताराम बैरवा, एनी नमाला,आदि ने अपने विचार व्यक्त किया।
इस अवसर श्रृखलाबद्व रूप से निम्न गतिविधियां आयोजित की गई जिनमें दलित अधिकार केन्द्र की 20 वर्ष की यात्रा पर डॉकूमेन्ट्री फिल्म का प्रदर्शन किया गया जिसमें पीएल मीमरौठ की सामाजिक न्याय की यात्रा व दलित संघर्ष को दिखाया गया। पीएल मीमरौठ की जीवनी का विमोचन ख्याती प्राप्त समाजिक कार्यकर्ता अरूणा राय, पॉल दिवाकर, बिना पल्लईकल, महासचिव दलित आर्थिक अधिकार आन्दोलन नई दिल्ली, ऐनी नमाला, पीएल मीमरौठ की धर्म पत्नी शांति देवी मीमरौठ द्वारा किया गया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय के क्षेत्र में कार्य करने वाले दलित कार्यकर्ता कामरेड किशन मेघवाल एडवोकेट, जोधपुर को पीएल मीमरौठ मैमोरियल सोशल जस्टिस अवार्ड.2024 से सम्मानित कर पुरस्कार प्रदान किया किया पुरस्कार के रूप में 25 हजार रूपये, स्मृति चिन्ह व शॉल देकर सम्मानीत किया गया। राजस्थान में दलित संघर्ष विषय पर निबन्धन लेखन प्रतियोगीता की प्रथम विजेता भावना टेक्यानी, अजमेर को 5000 रूपये, द्वितीय विजेता तुलसा राम बोगरेया को 3000 रूपये तथा तृतीय विजेताओं निशा बैरवा को 1500 रूपये की राशि, प्रशस्तिपत्र देकर पीएल मीमरौठ मैमोरियल निबन्ध लेखन प्रतियोगिता अवार्ड. 2024 पुरूष्कार से सम्मानित किया गया।
सामाजिक न्याय के संघर्ष की यात्रा पर मजदूर किसान सशक्ति संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ता शंकर सिंह, पारस बंजारा की टीम के सदस्यों ने चकवाडा सार्वजनिक तालाब में नाटक का मंचन कर जातिगत भेदभाव व छुआछूत पर प्रहार किया।
उक्त कार्यक्रम में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, अलवर, भरतपुर, दौसा, अजमेर, करौली, गंगापुरसीटी, उदयुपर, भीलवाडा, टोंक, सीकर, झून्झूनू, सिरोही, जयपुर, जोधपुर, पाली, सवाईमोधोपुर आदि जिलों से इस महत्वपूर्ण व एतिहासिक कार्यक्रम में देश प्रदेश से दलित आन्दोलन, सामाजिक संगठनों के सैकण्डो कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर हेमन्त मीमरौठ, मुख्यकार्यकारी दलित मानवाधिकार केन्द्र समिति ने सभी प्रतिभागीयों को स्वागत किया व दलित अधिकार केन्द्र के बार में विस्तार से बताया।