प्रताप नगर स्थित प्रेम मंदिर में देखा प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण
परिष्कार पत्रिका जयपुर। रामभूमि पर शंखनाद और श्रीराम की जयघोष के बीच सोमवार को नवनिर्मित राम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। संकल्प से सिद्धिए हर्ष और उत्कर्ष के दिन इस युगांतर और अलौकिक क्षण को देखकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शीश नवाया। जयपुर के प्रतापनगर स्थित प्रेम मंदिर से मुख्यमंत्री ने रामभक्तों के साथ प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण देखा। शर्मा ने कहा कि सकल मनोरथ के दिन देश में नए सांस्कृतिक युग की शुरूआत हुई है। आज अयोध्या में ही नहीं बल्कि हर व्यक्तिके मन में श्रीराम विराजमान हुए हैं। शर्मा ने कहा कि श्रीराम के राघव रूप को देखकर वर्षों का स्वप्न साकार हुआ है। राम हमारे रोम-रोम में हैं। इससे पहले उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को राम दीपावली पर शुभकामनाएं देकर कहा कि दुनिया आज रामलला का ऐतिहासिक-धार्मिक उत्सव मना रही है। उन्होंने कहा कि श्रीराम ने अपने जीवन में सत्यए धर्म और प्रेम मूल्यों का पालन किया है, उसी तरह हमें भी उनके जीवन मूल्यों को आत्मसात कर सशक्त व नैतिक समाज के निर्माण में अहम जिम्मेदारी निभानी चाहिए। शर्मा ने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। इसमें राज्य सरकार द्वारा संत-महंत एवं पुजारियों का सम्मान किया जाएगा। वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के अन्तर्गत अयोध्या में श्री राम मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे। प्रतापगढ़ के सीतामाता वन्य जीव अभ्यारण्य में वनपथ, पुलिया निर्माण तथा पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए विकास कराने के साथ कई कार्य होंगे।
श्याम रूप को देख नम हुई आंखें : प्रेम मंदिर पर सीधा प्रसारण देखने पहुंचे श्रद्धालुओं की आंखें श्रीरामलला की पहली अद्भुत छवि देखते हुए नम हुईं। यहां मंदिर ट्रस्ट द्वारा मुख्यमंत्री का स्वागत अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर बगरू विधायक कैलाश वर्मा, नगर निगम ग्रेटर जयपुर के उप महापौर पुनीत कर्नावट, संत अमितासन दास महाराज सहित अन्य जन प्रतिनिधि, श्रद्धालु उपस्थित थे।
मंगल मंदिर और देहलावास मंदिर में की पूजा : मुख्यमंत्री ने सोमवार सुबह मानसरोवर के मंगल मंदिर राम दरबार और देहलावास बालाजी मंदिर में भी विधिवत पूजा-अर्चना की। उन्होंने प्रदेश में खुशहाली और सुख समृद्धि के लिए कामना की।